तू झूठ ही सही, कहता तो, बहल जाते हम,
ज़हर ही देता, तू देता तो, निगल जाते हम..
बड़ा ही सर्द रवैया रहा, तेरा हम से,
ज़रा सी गर्म-दिली से, क्या उबल जाते हम..
तू ही कहता था कि पत्थर हो, तो मज़बूत रहे,
जो तू कह देता हमें मोम, पिघल जाते हम..
तू बाहें खोल खड़ा होता, पार शोलों के,
हाँ चले जाते हम, चाहे तो जल जाते हम..
ये तो अच्छा हुआ, पहले से चोट खाए थे,
नहीं तो इक दफ़ा तो, तुझसे भी छल जाते हम..
है बुरा या के भला, दिल बता ही देता है,
नहीं होता, तो तेरे रंग में, ढल जाते हम..
हमें एहसास ही नहीं हुआ, नशे का कोई,
जो पता होता कि बहके हैं, संभल जाते हम..
बड़ी जल्दी हमें क़ाफ़िर बता दिया, वाइज़,
तेरी मस्जिद में, नहीं आज, तो कल जाते हम..
ज़माना हमको, ज़माने से ग़लत कहता है,
ज़माना ख़ुद सही होता, तो बदल जाते हम..
ज़रा उम्मीद के चक्कर में फंस गए 'घायल',
जो होते नामुराद, कब के निकल जाते हम..
awesome work....just too good...sach mein kisi ka kuch na kehna ya karna humari zindagi jeene ka tareeka badal deta hai....very well written...kash usne yeh kaha hota...:):)
ReplyDeleteThankuu so much Brindle.. :)
Delete:):)
ReplyDeleteतू कहता ही कहता की पत्थर हो तो मज़बूत रहे
ReplyDeleteजो तू कह देता हमें मोम, पिघल जाते हम
Really awesome...
Bahut bahut shukriya Sandhya ji ..:)
Deleteसुंदर गज़ल...
ReplyDeleteDhanyawad sir.. :)
DeleteBahut bahut dhanyawad sir.. :)
ReplyDeleteबड़ी जल्दी हमें काफिर .....
ReplyDeleteजमाना हमको जमाने से.....
बहुत लाजबाब शेर है ये दो तो
Bahut bahut shukriya sir..:)
Deletebahut hi behatareen prastuti aditty ji .....bilkul sateek ....abhar ke sath hi badhai.
ReplyDeleteBahut bahut shukriya Naveen ji .. :)
Deleteबड़ा ही सर्द रवैया रहा, तेरा हम से,
ReplyDeleteज़रा सी गर्म-दिली से, क्या उबल जाते हम..
ज़माना हमको, ज़माने से ग़लत कहता है,
ज़माना ख़ुद सही होता, तो बदल जाते हम..
ज़रा उम्मीद के चक्कर में फंस गए 'घायल',
जो होते नामुराद, कब के निकल जाते हम..
वाह वाह क्या पुरकशिश अशआर कहे हैं ....बहुत खूब भाई बहुत उम्दा !
Bahut bahut shukriya Kuldeep bhai.. :)
Deletebahut hi sunder
ReplyDeleteDhanyawad Virendre ji :)
DeleteShukriya :)
ReplyDeleteawesom work aditya ji
ReplyDeletefirst time enter ur blog ...........very nice
rds
sanjay bhaskar
http://www.sanjaybhaskar.blogspot.com/
Thanks a lot Sanjay ji :)
Deletebahut umda likhte hain aap...aaj pahli baar apke blog par aana hua...or follow bhi kar liya apko...:)...all the best, keep writing
ReplyDeleteBahut bahut shukriya Ranjana ji.. mujhe bahut khushi hai ki apko mera likha pasand aaya.. :)
DeleteSubhan Allah..!!
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