The Moments Of Life...
Wah bhai .. सजी है महफ़िल-ए-तन्हाई, बुराई क्या है..
मैं अगर पीता हूं तन्हा, तो बुराई क्या है,वाह भई, पर पी कर बहकना बुरा है, विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
मैं अगर पीता हूं तन्हा, तो बुराई क्या है वाह जनाब , बुराई कैसे नहीं ? तनहा नहीं … साथ बैठ कर पिया कीजिए न :)शुभकामनाएं ! - राजेन्द्र स्वर्णकार
Wah bhai .. सजी है महफ़िल-ए-तन्हाई, बुराई क्या है..
ReplyDeleteमैं अगर पीता हूं तन्हा, तो बुराई क्या है,
ReplyDeleteवाह भई, पर पी कर बहकना बुरा है,
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ReplyDeleteवाह जनाब , बुराई कैसे नहीं ?
तनहा नहीं … साथ बैठ कर पिया कीजिए न :)
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- राजेन्द्र स्वर्णकार